यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना:- हम आप लोगों को बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार महिलाओं के स्व रोजगार के लिए पहले से ही कई योजनाएं चला रही है। जैसे हाल ही में उसने उत्तर प्रदेश की महिलाओं के लिए यूपी महिला सामर्थ्य योजना शुरू की है। इस योजना के तहत महिलाओं को अपनी उपज बेचने के लिए सरकार द्वारा बाजार मुहैया कराया जाएगा। अब वह महिलाओं के लिए एक नई योजना यूपी महिला आटा एवं मसाला चक्की योजना लाई है। यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना के अंतर्गत प्रदेश की महिलाओं को आटा एवं मसाला चक्की यूनिट स्थापित करने के लिए सब्सिडी दी जाएगी। यूनिट स्थापित करने के लिए प्रति महिला को 20 हजार रुपये दिए जाएंगे। इनमें से 10 हजार रुपये का अनुदान होगा जबकि शेष 10 हजार रुपये की राशि बतौर लोन ली जा सकेगी। खास बात यह है कि इस लोन पर उनसे कोई ब्याज नहीं वसूला जाएगा।
यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है ?
यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश की महिलाओं के लिए स्व रोजगार को बढ़ावा देना है। सरकार का मानना है कि यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना से गरीबी की रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली महिलाओं को आर्थिक रूप से संबल मिलेगा। वे अपने परिवार का पालन-पोषण करने में समर्थ होंगी। वे आर्थिक रूप से अधिक सशक्त बनेंगी। उन्हें अपनी एवं अपने परिवार की आवश्यकता की पूर्ति के लिए किसी का मुंह नहीं देखना पड़ेगा और वे अपने पैरों पर खड़ी होंगी और जैसा कि सरकार प्रयास कर रही है ये आत्मनिर्भर भारत की ओर भी एक कदम होगा।
यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना से कितनी महिलाओं को इसका लाभ मिलेगा ?
यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना के अंतर्गत प्रदेश की कुल 2250 महिलाओं को लाभ पहुंचाने की तैयारी है। प्रदेश के 18 मंडल मुख्यालयों में प्रत्येक जनपद में 125 महिलाओं को यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना का लाभ मिलेगा। आपको बता दें कि सरकार यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना को उत्तर प्रदेश के दो जिलों में बतौर पायलट प्रोजेक्ट आरंभ भी कर चुकी है। उसने प्रोजेक्ट के अंतर्गत कुल 17 महिला लाभार्थियों का चयन भी कर लिया है।
यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना के संचालन का जिम्मा किसके पास है ?
यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना के संचालन का जिम्मा अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के ऊपर है। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार के शपथ ग्रहण के बाद उसकी बड़े पैमाने पर महिलाओं को स्वरोजगार उपलब्ध कराने के लिए यूपी महिला आटा मसाला चक्की योजना में तेजी लाने की तैयारी है। अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम को ही गरीबी की रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे व्यक्तियों को वित्तीय सहायता प्रदान करना, आर्थिक सशक्तिकरण के लिए राशि जुटाना, उसकी व्यवस्था एवं स्किल डेवलपमेंट के जरिए आगे बढ़ाने एवं उनके आर्थिक कल्याण का कार्य सौंपा है।
उत्तर प्रदेश सरकार महिलाओं पर अधिक फोकस क्यों कर रही है ?
यह माना जा रहा है कि भाजपा को चुनाव के दौरान महिलाओं को केंद्र में रखकर चलाई गई योजनाओं का बहुत फायदा हुआ है। पार्टी ने बड़ी संख्या में इन योजनाओं के चलते महिलाओं के वोट बटोरे हैं जिनमें पीएम उज्जवला योजना, पीएम आवास योजना, शौचालय निर्माण योजना, जनधन खाता योजना आदि शामिल हैं। इसके अतिरिक्त कोरोना काल के दौरान केंद्र एवं उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से चलाई गई मुफ्त राशन वितरण योजना का भी लाभ सरकार को मिला है। यही वजह है कि आगे यानी अगले पांच वर्षों में भी सरकार महिलाओं को फोकस में रखते हुए ही कई अन्य योजनाओं का भी आरंभ करेगी। इसका एक कारण यह भी है कि दो वर्ष बाद ही यानी 2024 में लोकसभा चुनाव होने जा रहे हैं। सरकार महिलाओं से इन चुनावों में भी वोट की आकांक्षा निश्चित रूप से कर रही है। यह भी एक बड़ा कारण है कि सरकार महिलाओं को अपने फोकस में रखते हुए कदम आगे बढ़ा रही है।
आटा, मसाला चक्की यूनिट महिलाओं के लिए किस प्रकार लाभप्रद होगी ?
आटा चक्की यूनिट एक ऐसा कार्य है जो कभी थमने वाला नहीं क्योंकि रोटी की आवश्यकता हर किसी को होती है। इसके साथ ही साधारण आटे के साथ ही इसमें मल्टीग्रेन आटा भी तैयार किया जा सकता है जैसे- गेहूं, ज्वार, मक्का, बाजरा, रागी, चने एवं दाल आदि को सही अनुपात में पीसकर महिलाएं मल्टीग्रेन आटा तैयार करके बेच सकती हैं। इसके अतिरिक्त मसाले भी हर रसोई की आवश्यकता होती है। महिलाएं इसमें हल्दी, मिर्च, धनिया समेत तमाम मसाले पीसकर लोगों की आवश्यकताओं को पूरा कर सकती हैं और अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत बना सकती हैं। लोग भी आजकल अपने स्वास्थ्य की ओर भरपूर ध्यान दे रहे हैं। वे बजाए बाजार की दुकानों से पैक किए मसाले खरीदने के स्थान पर ताजा पिसे मसालों को प्राथमिकता दे रहे हैं ताकि वे मिलावट के जहर से बच सकें। ऐसे में यह आटा, मसाला चक्की यूनिट महिलाओं के लिए आय के लिहाज से खासी लाभप्रद साबित हो सकती है। इसका एक और लाभ यह है कि इसके लिए बहुत अधिक स्थान एवं पूंजी की आवश्यकता नहीं और इसे कहीं से भी शुरू किया जा सकता है। बहुत अधिक एक्सपरटाइज की आवश्यकता भी इस कार्य के लिए नहीं पडती, इस लिहाज से देखें तो यह कार्य घरेलू महिलाओं के लिए सर्वथा उपयुक्त है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने महिलाओं के लिए कौन-कौन सी योजनाएं चलाई हैं ?
उत्तर प्रदेश सरकार ने महिलाओं पर खास फोकस रख रही है। वह महिलाओं के लिए अभी तक राज्य में बहुत सारी योजनाएं चलाई हैं। इनमें महिला शक्ति केंद्र योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, फ्री सिलाई मशीन योजना, सुरक्षित मातृत्व आश्वासन सुमन योजना, यूपी महिला सामर्थ्य योजना आदि योजनाएं शामिल हैं। उत्तर प्रदेश की महिलाओं को इन योजनाओं से बड़े पैमाने पर लाभ हुआ है और वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनी हैं। अपने परिवार के स्वयं पालन पोशण में सक्षम हुई हैं। आपको यह तो स्पष्ट हो ही गया होगा कि इनमें से अधिकांश ऋण योजनाएं अनुदान से जुड़ी हैं। सरकार महिलाओं के लिए चलाई जा रहीं इन योजनाओं के लिए अंतर्गत जो लोन राशि प्रदान कर रही है वे ब्याज से मुक्त हैं यानी उन्हें इन पर किसी प्रकार का ब्याज नहीं चुकाना पड़ रहा। इससे महिलाओं को स्व रोजगार में बहुत सहायता मिल रही है।