मित्रों, आज हम आप लोगों को दीनदयाल अंत्योदय योजना के बारे में बताने वाले हैं अगर आप इस योजना के तहत लाभ उठाना चाहते हैं और आप जानना चाहते हैं कि दीनदयाल अंत्योदय योजना क्या है और दीनदयाल अंत्योदय योजना का क्या उद्देश्य है, दीनदयाल अंत्योदय योजना की पात्रता और आवश्यक दस्तावेज क्या हैं, इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें, यह सारी जानकारी हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से देंगे तो चलिए अब जान लेते हैं।
दीनदयाल अंत्योदय योजना क्या है ?
भारत सरकार के द्वारा राज्य के बेरोजगरों के लिए तरह तरह की योजनाएं शुरू कर रही है और जैसा कि आप सब लोगों को मालूम है कि पिछले कुछ समय से बेरोजगारी चरम स्तर है। कोरोना संक्रमण काल की वजह से देश भर में लॉकडाउन लगाने तक कि नौबत आ गई थी, जिससे बहुत से लोग बेरोजगर हो गए थे बेरोजगारों के लिए और बुरी स्थिति है यह हालात शहर और गांव दोनों जगह बने रहे थे। ऐसे में युवाओं के सामने रोजी रोटी का सवाल सामने खड़ा था, इसी सब देखते हुए दीनदयाल अंत्योदय योजना की शुरुआत की गई है यह योजना देश के गरीब नागरिकों के लिए है इसके लाभार्थियों में शहरी और गांव दोनों के ही गरीब शामिल किए गए हैं, साधारण शब्दों में अपनी बात कहें तो केंद्र सरकार का लक्ष्य इस योजना के माध्यम से शहरों और गांवों के गरीब लोगों की गरीबी दूर करने पर आधारित है, जो स्किल डेवलपमेंट के साथ ही रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने की बात करती है।
दीनदयाल अंत्योदय योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है ?
दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के जरिए गरीबों के सामुदायिक संस्थानों के माध्यम से गांवों में गरीबी खत्म करने तथा आजीविकास के विभिन्न स्रोतों को बढ़ावा देने का कार्य निहित है 2024-25 तक 10-12 करोड़ परिवारों को स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से सुविधा देना भी इसका लक्ष्य है, दीनदयाल उपाध्याय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत शहरी गरीबों के कौशल विकास यानी स्किल डेवलपमेंट और आजीविका के अवसरों में बढ़ोत्तरी कर उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करना है या आप यूं भी कह सकते हैं कि इस योजना का लक्ष्य मूल रूप से शहरी बेघरों के लिए आवश्यक सेवाओं से लैस आश्रय प्रदान करना है। इसके साथ ही शहरी सड़क विक्रेताओं की आजीविका संबंधी समस्याओं को देखते हुए उनकी उभरते बाजारों के अवसरों तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए उपयुक्त जगह, संस्थागत लोन, सामाजिक सुरक्षा, कौशल और अन्य सुविधाएं मुहैया कराना भी है।
दीनदयाल अंत्योदय योजना के दो घटक क्या थे ?
दीनदयाल अंत्योदय योजना के दो घटक यह थे, इनमें से एक का नाम दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) और दूसरे घटक का नाम दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (DAY-NULM) कर दिया गया था। पहले घटक का उद्देश्य ग्रामीण गरीबों के लिए कुशल और प्रभावी संस्थागत मंच तैयार करना था ताकि उन्हें स्थायी आजीविका संवर्धन के माध्यम से घरेलू आय में बढ़ोत्तरी करने में मदद मिल सके, इसके लिए ग्रामीण हाट का आयोजन जैसी गतिविधियां भी शामिल की गई हैं। दूसरे घटक की बात करें तो उसका लक्ष्य शहर के गरीबों पर केंद्रित था ताकि उनकी वित्तीय स्थिति में सुधार हो सके और उनका जीवन स्तर ऊपर उठ सके।
दीनदयाल अंत्योदय योजना के मुख्य बिंदु क्या हैं ?
दीनदयाल अंत्योदय योजना के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं-
- इस योजना के तहत प्रदान किए जाने वाले कौशल अब अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होंगे और मेक इन इंडिया अभियान के पूरक बनेंगे.
- विकलांगों के प्रशिक्षण की जरूरतों को भी पूरा किया जाएगा, ग्रामीण युवाओं में कौशल विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय कंपनियों सहित निजी क्षेत्र की कंपनियों को शामिल किया जाएगा.
- ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी की समस्या का समाधान करने के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना होगी.
- ग्रामीण घटक गांवों के 5-10 लाख युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें रोजगार के अवसर मुहैया कराने के लिए कौशल प्रदान करने पर केंद्रित है.
- शहरी घटक सरकार की ओर से स्थापित शहरी आजीविका केंद्रों में पांच लाख शहरी गरीबों को प्रशिक्षित करेगा.
- इस योजना के तहत प्लेसमेंट तथा स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग के जरिये रोजगार के अंतर्गत सभी शहरियों को ट्रेनिंग के लिए 15 हजार से लेकर 18 हजार रुपए की राशि बतौर निवेश निधि के तौर पर दी जाती है.
- सरकार की ओर से प्रत्येक समूह को 10 हजार का प्रारंभिक सहयोग दिया जाता है । यह बैंक लिंकेज में मदद करेगा इससे शहरी गरीबों को स्वयं सहायता समूहों के जरिये वित्तीय और सामाजिक जरूरतों को पूरा करने के लिए सक्षम करना है.
- सरकार की ओर से इस योजना के तहत पंजीकृत फेडरेशन यानी महासंघों को 50 हजार रुपये की सहायता प्रदान की जाती है.
- विक्रेताओं के कौशल को बढ़ावा देने के लिए विक्रेता बाजार का विकास.
- शहर आजीविका केंद्रों के जरिये शहरी नागरिकों की ओर से शहरी गरीबों को बाजारोन्मुख कौशल में प्रशिक्षित करने की बड़ी मांग को पूरा किया जाएगा, प्रत्येक केंद्र को 10 लाख रुपये का पूंजी अनुदान दिया जाएगा.
- सूक्ष्म उद्यामों और समूह उद्यमों की स्थापन के जरिये स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जाएगा इसमें व्यक्ति प्रोजेक्ट के लिए दो लाख रुपये की ब्याज सब्सिडी और समूह उद्यमों पर 10 लाख रुपये की ब्याज सब्सिडी दी जाएगी.
- सब्सिडी वाले ब्याज की दर सात प्रतिशत होगी.
- शहरी बेघरों के लिए आवासों का निर्माण और अन्य जरूरी सेवाओं का प्रावधान.
- सभी शहरों और कस्बों को कवर कर पूरी आबादी को कवर किया जाएगा.
दीनदयाल अंत्योदय योजना की पात्रता और आवश्यक दस्तावेज क्या हैं ?
- आवेदक कर्ता भारत का स्थायी मूल निवासी होना चाहिए.
- आवेदक को गरीब की श्रेणी में होना चाहिए, इसका सीधा सा मतलब यह है कि ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों के गरीब लोग ही इस योजना में शामिल हो सकते हैं.
- राशन कार्ड.
- आधार कार्ड.
- पहचान पत्र.
- निवास प्रमाण पत्र.
- वोटर आईडी कार्ड.
- मोबाइल नंबर.
- पासपोर्ट साइज फोटो.
दीनदयाल अंत्योदय योजना के लिए आवेदन कैसे करें ?
- अगर आप दीनदयाल अंत्योदय योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको DAY-NULM या DAY-NRLM की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा।
- उसके बाद आपके सामने होम पृष्टि खुलकर आ जायेगा यहां पर आपको लॉगिन के विकल्प पर क्लिक कर देना है।
- उसके बाद आपके सामने खुले अन्य पेज पर आपको लॉगिन का विकल्प मिलेगा और उसके नीचे रजिस्टर का विकल्प दिखाई देगा।
- इसपर क्लिक करने के बाद आपके सामने रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुलकर आ जायेगा।
- इस फ़ॉर्म में आपसे जो भी जानकारी मांगी जाए उसे आपको ध्यानपूर्वक भर देना है।
- ये सब भरने के बाद आप Create New Account पर क्लिक कर दें और उसके बाद अब आप इस लॉगिन में नौकरी के लिए आवेदन कर आजीविका ग्रामीण मिशन योजना के तहत दिए जाने वाले प्रोत्साहन के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- तो इस तरीके से आप इस योजना के लिए आवेदन कर पाएंगे।
Official website – https://nulm.gov.in/