मित्रों, आज हम आप लोगों को पीएम सुरक्षित मातृत्व आश्वासन योजना के बारे में बताने वाले हैं अगर आप इस योजना के तहत लाभ उठाना चाहते हैं और आप जानना चाहते हैं कि पीएम सुरक्षित मातृत्व आश्वासन योजना क्या है और पीएम सुरक्षित मातृत्व आश्वासन योजना के क्या लाभ हैं, पीएम सुरक्षित मातृत्व आश्वासन योजना कब लागू की गई और पीएम सुरक्षित मातृत्व आश्वासन योजना को लागू करने की ज़रूरत क्यों पड़ी, पीएम सुरक्षित मातृत्व आश्वासन योजना से गर्भवती महिलाओं को क्या-क्या सेवा प्राप्त होगी और पीएम सुरक्षित मातृत्व आश्वासन योजना से एम्बुलेंस सर्विस कैसे मिलेगी, इस योजना के लिए आवेदन कैसे करें, यह सारी जानकारी हम आप लोगों को देंगे तो चलिए अब जान लेते हैं।
पीएम सुरक्षित मातृत्व आश्वासन योजना क्या है ?
जैसा कि सबको मालूम है कि भारत सरकार देश की महिलाओं के लिए योजनाएं निकालती रहती है। इस बार भी भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक नई योजना की शुरूआत की है जो पूरे देश में प्रधानमंत्री सुमन योजना के नाम से जानी जाएगी। इस योजना का उद्देश्य भारत में सौ प्रतिशत सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देना है। अभी भारत में केवल 80 प्रतिशत प्रसव ही सुरक्षित प्रसव की श्रेणीं में आते हैं। लेकिन प्रधानमंत्री सुमन योजना के लागू हो जाने के बाद यह आंकड़ा बढ़ कर सौ प्रतिशत किये जाने का लक्ष्य है।
इस योजना के तहत गर्भवती महिला तथा उसके गर्भ में पल रहे बच्चे को वर्ष भर चिकित्सीय निगरानी में रखा जाएगा जिसकी वजह से सौ प्रतिशत सुरक्षित प्रसव की संभावना बढ़ जाएगी। सुरक्षित मातृत्व आश्वासन को ही सुमन योजना के नाम से जाना जाएगा। इस योजना के तहत भारत के प्रत्येक राज्य की गर्भवती महिला को एक प्रशिक्षित नर्स की देख-रेख में सुपुर्द किये जाने का प्रावधान है। प्रधानमंत्री सुमन योजना के तहत देश की सभी गर्भवती महिलाओं की साल में 4 बार चिकित्सीय जांच जिला अस्पतालों अथवा तहसील, ग्राम स्तर पर की जाएगी। यह सभी जांचें प्रति तिमाही के आधार पर होंगी। जिसके बाद 100 प्रतिशत सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित कराया जाएगा। इस योजना के तहत नार्मल डिलीवरी को वरीयता दी जाएगी तथा ऑपरेशन होने पर पूरा खर्च भी सरकार के द्वारा ही वहन किया जाएगा।
पीएम सुरक्षित मातृत्व आश्वासन योजना के क्या लाभ हैं ?
- इस योजना के जरिये 100 प्रतिशत सुरक्षित प्रसव कराना अब भारत सरकार की जिम्मेदारी होगी.
- भारत में सेफ डिलीवरी का लक्ष्य 80% से बढ़कर 100% हो जाएगा.
- प्रसव से पहले जितने भी चिकित्सीय परीक्षण अस्पताल में होंगें वह सभी फ्री में किये जाएंगें यहां तक कि सारी जांचें भी फ्री में ही कराई जाएंगीं.
- चूंकि अब गर्भवती महिला का प्रसव पूर्व चेकअप अनिवार्य कर दिया गया है तो इसकी वजह से गर्भ में पल रहे बच्चे की सेहत व सही स्थिति की जानकारी मिलती रहेगी.
- इस योजना के तहत सुरक्षित प्रसव की गारंटी महिला को सरकार की ओर से दी जाएगी.
- प्रसव ऑपरेशन से होने पर गर्भवती महिला तथा उसके परिवार से किसी भी मद में पैसा नहीं लिया जा सकेगा.
- प्रसव होने के छह माह तक की सभी दवाईयां सरकार की ओर से फ्री में प्रदान की जायेंगीं.
पीएम सुरक्षित मातृत्व आश्वासन योजना कब लागू की गई ?
पीएम सुरक्षित मातृत्व आश्वासन योजना (पीएम सुमन योजना) नामक योजना को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री हर्षवर्धन ने 11 अक्तूबर 2021 को नई दिल्ली में हुये एक कार्यक्रम के दौरान शुरू करने की घोषणा की है। देश की राजधानी दिल्ली में Ministry of Health and Family Welfare की केंद्रीय परिषद की 13वें सम्मेलन में स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने अपनी इस महत्वाकांक्षी योजना को लांच किया। स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार भारत में विश्वस्तरीय स्वास्थ्य मानक और सुविधायें समाज के सबसे निचले स्तर तक पहुंचायें जाने के लिये सरकार को तेजी से काम करना होगा। तभी देश अन्य विकसित देशों जैसी स्वास्थ्य सुविधाओं वाले देश के रूप में अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो सकेगा।
पीएम सुरक्षित मातृत्व आश्वासन योजना को लागू करने की ज़रूरत क्यों पड़ी ?
जैसा कि हम सब जानते हैं कि भारत में समाज के गरीब तबके की गर्भवती महिलाओं को जिला अस्पतालों तथा सरकारी मेडिकल कॉलेजों में उचित इलाज की सुविधायें नहीं मिल पाती हैं। सरकारी अस्पतालों में पहुंचने वाली महिलाओं को अक्सर वहां मौजूद डॉक्टरों तथा नर्सों की बेरूखी का सामना करना पड़ता है। कभी-कभी तो हालात यह भी हो जाते हैं कि अस्पताल में मौजूद स्टॉफ गर्भवती महिला को भर्ती करने के बजाये वहां से टरका देता है। जिसकी वजह से अक्सर अस्पतालों के बाहर गेट पर बच्चा जनने की खबरें प्रकाश में आती रहती हैं। यही कारण है कि अब भारत सरकार अपनी सुमन योजना के जरिये नर्सों तथा डाक्टरों की जिम्मेदारी व जवाबदेही तय करने जा रही है।
पीएम सुरक्षित मातृत्व आश्वासन योजना से गर्भवती महिलाओं को क्या-क्या सेवा प्राप्त होगी ?
- गर्भ संबंधी जटिलताओं के चलते महिलाओं को फ्री ऑपरेशन की सुविधा दी जाएगी.
- इस योजना के तहत साल भर में प्रति तिमाही के आधार पर चिकित्सीय परीक्षण किया जाएगा.
- देश के सभी प्रदेशों में गर्भवती महिलाओं को आयरन तथा फोलिक एसिड की गोलियां फ्री में प्रदान की जाएगी.
- गर्भवती महिला को अस्पताल तक पहुंचाने के लिये फ्री परिवहन सुविधा भी मिलेगी.
- टिटनेस तथा डिप्थेरिया का टीका समय पर लगाया जाना सुनिश्चत किया जाएगा.
- प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व आश्वासन योजना के तहत ट्रेंड नर्स को गर्भवती महिलाओं की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी.
पीएम सुरक्षित मातृत्व आश्वासन योजना से एम्बुलेंस सर्विस कैसे मिलेगी ?
पीएम सुरक्षित मातृत्व आश्वासन योजना के तहत गर्भवती महिला को घर से सरकारी अस्पताल तक पहुंचानें के लिये एम्बुलेंस सर्विस अनिवार्य कर दी गयी है। यदि प्रसव पीड़ा से कराह रही है और आप महिला को अस्पताल ले जाना चाहते हैं तो आप टोल फ्री नंबर 102 व 108 पर निशुल्क कॉल कर सकते हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री हर्षवर्धन ने यह साफ कर दिया है कि गर्भवती महिला को एंबूलेंस हर कीमत पर पहुंचाना अनिवार्य होगा। ऐसे में सरकार एम्बुलेंस सर्विस को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति पर अमल करेगी।
पीएम सुरक्षित मातृत्व आश्वासन योजना के लिए आवेदन कैसे करें ?
अगर आप पीएम सुरक्षित मातृत्व आश्वासन योजना के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप आधिकारिक वेबसाइट से अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा ऑफलाइन मोड में सुरक्षित मातृत्व आश्वासन योजना को सरकारी जिला अस्पतालों के द्वारा चलाया जाएगा। जहां 1 रूपये के पर्चे को बनवा कर आप सुमन योजना में अपना पंजीकरण करा सकती हैं। यह पूरी प्रक्रिया अस्पताल में मौजूद स्टॉफ के द्वारा पूरी की जाएगी।