मित्रों, आज हम आप लोगों को पीएम यशस्वी छात्रवृत्ति योजना के बारे में बताने वाले हैं अगर आप इस योजना के तहत लाभ उठाना चाहते हैं और आप जानना चाहते हैं कि पीएम यशस्वी छात्रवृत्ति योजना क्या है और पीएम यशस्वी छात्रवृत्ति योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है, एकीकृत योजना की मुख्य वजह क्या थी और पीएम यशस्वी छात्रवृत्ति योजना का लाभ किन छात्रों को मिलेगा, पीएम यशस्वी छात्रवृत्ति योजना के लिए टेस्ट कब होगा और पीएम यशस्वी छात्रवृत्ति योजना का किस पर कितने फंड का जिम्मा रखा गया है, इस योजना की निगरानी कौन करेगा और पीएम यशस्वी छात्रवृत्ति योजना की परीक्षा के लिए क्या नोटिफिकेशन जारी होगा, पीएम यशस्वी छात्रवृत्ति योजना के आवेदन हेतु आवश्यक दस्तावेज क्या हैं, यह सारी जानकारी हम आप लोगों को देंगे तो चलिए अब जान लेते हैं।
पीएम यशस्वी छात्रवृत्ति योजना क्या है ?
जैसा कि आप सब जानते हैं कि देश में हजारों बच्चे ऐसे हैं जो उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं लेकिन आर्थिक रूप से स्थिति अच्छी न होने के कारण पढ़ नहीं पाते। कभी बीच में ही पढ़ाई छोड़ देते हैं तो कभी बेहद बेमन से ऐसे कोर्स में दाखिला ले लेते हैं जिसमें न के बराबर खर्च आता है। ऐसे वंचित वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय छात्रवृत्ति योजना चलाता है।
लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में पीएम यशस्वी छात्रवृत्ति योजना की घोषणा की है जो उसकी छात्रवृत्ति योजना को अधिग्रहीत कर लेगी। समाज के वंचित तबके के नौंवी से पीजी तक के छात्रों के लिए केंद्र सरकार 7200 करोड़ रुपये की नेशनल स्कालरशिप स्कीम लाने जा रही है।
इससे पहले पीएम यशस्वी छात्रवृत्ति योजना के लिए छह हजार करोड़ का प्रावधान किया गया था जिसमें बाद में इजाफा किया गया। माना जा रहा है कि पहले साल इससे 85 लाख छात्र लाभान्वित होंगे। इसके साथ ही सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण मंत्रालय की वंचित तबकों के लिए चलाई जा रही सभी स्कॉलरशिप का स्थान पीएम यशस्वी स्कीम ले लेगी।
पीएम यशस्वी छात्रवृत्ति योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है ?
आपको बता दें कि राज्य स्तर पर स्कॉलरशिप में होने वाली वित्तीय गड़बड़ियों को रोकना इस स्कीम को लाए जाने का मुख्य उद्देश्य माना जा रहा है। इसीलिए यह एकीकृत योजना लागू की जा रही है ताकि छात्रों को इसका पूरी तरह से लाभ मिल सके। जैसा कि आप जानते ही हैं कि केंद्र की योजना होने की वजह से पूरे देश के पात्र छात्रों को इस योजना का लाभ मिलेगा।
एकीकृत योजना की मुख्य वजह क्या थी ?
राज्य स्तर की छात्रवृत्ति योजनाओं में गड़बड़ी न होती तो पीएम यशस्वी छात्रवृत्ति योजना को एकीकृत करने की आवश्यकता कतई न पड़ती। दरअसल, इससे पहले तक छात्रवृत्तियों की 90 प्रतिशत वित्तीय जवाबदेही राज्य सरकारों की निर्धारित की गई थी। ऐसे में राज्य स्तर पर कई गड़बड़झाले हुए। ऐसे में केंद्र ने तमाम योजनाओं को एकीकृत किए जाने का निर्णय लिया। कई स्थानों पर ऐसा हुआ कि अधिकारियों और कॉलेज प्रबंधन की मिलीभगत से छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति की बंदरबांट हो गई और करोड़ों के घोटाले हुए। उत्तराखंड का छात्रवृत्ति घोटाला एक ऐसा ही घोटाला है जिसमें एसटीएफ कई गिरफ्तारियां कर चुकी है। इसमें प्रदेश के बड़े-बड़े अफसरों की मिलीभगत सामने आई है।
पीएम यशस्वी छात्रवृत्ति योजना का लाभ किन छात्रों को मिलेगा ?
पीएम यशस्वी छात्रवृत्ति योजना का लाभ अनुसूचित जाति/जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और गरीब छात्रों को पढ़ाई करने में मदद मिलेगी। छात्र का भारत का नागरिक होना जरूरी है। जैसा कि अभी तक माना जा रहा है कि इसके साथ ही इस योजना का लाभ लेने के लिए किसी बोर्ड या यूनिवर्सिटी मेरिट आधार नहीं होगा। इन शर्तों में कोई बदलाव होगा तो सरकार की ओर से उस संबंध में निश्चित रूप से अधिसूचित अवश्य किया जाएगा।
पीएम यशस्वी छात्रवृत्ति योजना का किस पर कितने फंड का जिम्मा रखा गया है ?
पीएम यशस्वी छात्रवृत्ति योजना के तहत राज्यों को केवल 40 प्रतिशत ही योगदान करना होगा। इसके अलावा 60 प्रतिशत फंड की व्यवस्था केंद्र सरकार करेगी। जैसा कि हम आपको ऊपर बता ही चुके हैं कि जिस वक्त घोषणा हुई थी उस वक्त बजट में पीएम यशस्वी छात्रवृत्ति योजना के लिए छह हजार करोड़ रुपये का आवंटन किया जा चुका था लेकिन अब इसे बढ़ाकर 7200 करोड़ रुपये कर दिया गया है। माना जा रहा है कि इस फंड से उन छात्रों को बहुत लाभ मिलेगा जो पैसे की वजह से अपनी शिक्षा पूरी नहीं कर पा रहे थे।
इस योजना की निगरानी कौन करेगा ?
इस योजना की सबसे अहम बात यह है कि वरिष्ठ नागरिक यानी सीनियर सिटीजन इस योजना की निगरानी करेंगे। सरकार इस संबंध में एक्शन प्लान तैयार कर रही है। इसके लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों का भी आयोजन सरकार की ओर से किया जाएगा। सीनियर सिटीजन छात्रों को पीएम यशस्वी छात्रवृत्ति योजना का लाभ लेने के लिए प्रशिक्षित भी करेंगे। इससे सीनियर सिटीजन का व्यावहारिक इस्तेमाल भी संभव होगा।
पीएम यशस्वी छात्रवृत्ति योजना की परीक्षा के लिए क्या नोटिफिकेशन जारी होगा ?
दोस्तों, आपको बता दें कि पीएम यशस्वी छात्रवृत्ति योजना की परीक्षा के लिए नोटिफिकेशन जारी होगा। छात्रों को इसका इंतजार है। इसके बाद ही छात्रवृत्ति परीक्षा से जुड़ी अन्य शर्तें साफ हो सकेंगी। चिंता की जरूरत नहीं है। आपको बता दें कि जैसे ही यह नोटिफिकेशन जारी होगा हम आपको उसके संबंध में विस्तार से जानकारी देंगे। जनवरी में घोषित हुई इस योजना के साल में दो बार आयोजित होने के पैटर्न से यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि परीक्षा का आयोजन जून में होगा। फिलहाल कोरोना संक्रमण को देखते हुए कई परीक्षाएं स्थगित हो गई हैं और कुछ की तिथि में बदलाव किया गया है। अभी तक यह परीक्षा जून में होगी लेकिन यदि इसके आयोजन के वक्त में कोई बदलाव होता है तो उसके बारे में भी आपको अवगत करा दिया जाएगा।
पीएम यशस्वी छात्रवृत्ति योजना के आवेदन हेतु आवश्यक दस्तावेज क्या हैं ?
- आय प्रमाण पत्र.
- जाति प्रमाण पत्र.
- स्कूल या कालेज का आईडी कार्ड या फीस की रसीद.
- पते का प्रमाण पत्र जैसे आधार कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस या निवास प्रमाण पत्र या जन्म प्रमाण पत्र.
- बैंक खाता संख्या.
- पासपोर्ट साइज की फोटो.
जानिए प्रधानमंत्री यशस्वी स्कॉलरशिप योजना के लिए आवेदन कैसे करें ?
- अगर आप पीएम यशस्वी स्कॉलरशिप योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले ऑफिशल वेबसाइट पर जाना होगा।
- अब ऑफिशल वेबसाइट पर आपके लिए इस योजना के रजिस्ट्रेशन हेतु मुख्य लिंक दी जाएगी उस पर क्लिक करना होगा।
- उसके बाद आपके लिए स्क्रीन पर मुख्य स्थान दिया जाएगा जिसमें आपको अपने मोबाइल नंबर को वेरीफाई करना होगा।
- इतना हो जाने के बाद आपके लिए योजना का एप्लीकेशन फॉर्म दिया जाएगा।
- अब आपको एप्लीकेशन फॉर्म में मांगी जाने वाली महत्वपूर्ण जानकारी भरनी होगी।
- उसके बाद विद्यार्थियों के लिए अपने संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेजों को अपलोड करना होगा।
- अब आपके लिए अपने आवेदन को सबमिट करना होगा जिसके बाद आपका आवेदन हो जाएगा।